सेक्स के बारे में बात करने से चाहे आप कितना भी कतराएं, यक़ीन मानिए इसमें डूब जाने जितना मज़ा किसी और में नहीं. फिर चाहे आप बॉयफ्रेंड के साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहती हों या फिर शादी के बाद की पहली रात हो, यह एहसास बहुत ख़ास होता है. लेकिन पहली बार की घबराहट भी उतनी ही होती है, जितना की उत्साह. हम एक्स्पर्ट से बात करके आपकी उलझन को कम करने और कॉन्फ़िडेंस को बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं.
दोस्तों के बीच टॉयलेट जोक्स और लूज़ टॉक करने में आप अव्वल हैं. फ़िल्म हो या टीवी, बेड सीन्स देखने में बड़ा मज़ा आता है. मगर जब ख़ुद की बारी आई तो टांय-टांय फ़िस्स... आप तो काग़ज़ की शेर निकलीं. इतना घबराएंगी तो जीत कैसे हासिल होगी. सेक्स है कोई रॉकेट सांइस नहीं. आइए जानते हैं कि वो कौन-सी 10 बातें हैं, जिनका ध्यान पहली बार सेक्स करते समय ज़रूर रखना चाहिए.
कम्फ़र्टेबल हों तभी बढ़ें आगे
पहला मिलन हमेशा रहता है याद-यह जुम्ला बहुतों से सुना होगा और इससे जुड़ी कई कहानियां भी. कहानियों पर न जाएं. व्यावहारिक होकर सोचें कि क्या वाक़ई पहली बार सेक्स करना इतना रोमांचित करने वाला होता है! बेशक़ हो सकता है बशर्ते, पूरी तैयारी के साथ यह क़दम उठाया जाए. जब कॉन्फ़िडेंट होंगी तभी इसका आनंद ले पाएंगी. क्या मैं इसके लिए तैयार हूं? यह सवाल उतना ही अहम् है, जितना आपका सांस लेना. बॉयफ्रेंड हो या पति, सोच-समझकर, कम्फ़र्टेबल होने पर ही आगे बढ़ें.
महकी-महकी हों आप
चर्चित सेक्सोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी की सलाह है,“साथ तभी महकेगा जब आप ख़ुशबू से सराबोर होंगे. कोई अच्छी फ्रेगरैंस लगाएं, क्योंकि सुगंध का आपके मन-मस्तिष्क पर बहुत असर पड़ता है. किसी को परफ़्यूम पसंद आता है, तो किसी को शरीर की गंध उत्तेजित करती है.” ख़ुशबू आप दोनों को एक-दूसरे की ओर आकर्षित करने के साथ-साथ एक-दूसरे के सामने सहज भी बनाएगी.
उत्साह पर तनाव हावी न होने दें
क्या पहली बार में दर्द होगा? डॉ कोठारी के मुताबिक़, यह एक मिथक है. पहली बार की उत्सुकता और घबराहट इतनी ज़्यादा होती है कि हल्की-सी छुअन भी हमारे पूरे शरीर में सिहरन पैदा कर देती है. क्या होगा, क्या नहीं, इस घबराहट में हमारे नर्व्स भी तनाव में आ जाते हैं. दूसरा हम अपने प्राइवेट पार्ट्स को भी कसकर बंद कर लेते हैं, क्योंकि हम सहज नहीं होते. इसलिए प्रवेश करने में काफ़ी दिक़्क़त होती है. और हम मान बैठते हैं कि पहली बार में दर्द होता है. आप जितनी ज़्यादा सहज और तनाव मुक्त रहेंगी, उतना ज़्यादा बेहतर होगा आपका अनुभव.
ऑर्गैज़्म की राह न ताकें
हो सकता है पहली बार में आपको ऑर्गैज़्म न मिले, तो घबराएं नहीं. क्योंकि शुरुआत में हमें पता ही नहीं होता, कि किस तरह से हमें ऑर्गैज़्म मिलेगा. अलग-अलग पोज़िशन्स ट्राई करें. कई शोध तो यह भी कहते हैं कि लड़कियों को इंटरकोर्स से पूरा सुख या ऑर्गैज़्म मिलता ही नहीं है. इसकी परवाह न करें, केवल उस पल का आनंद उठाएं.
ड्रेसिंग का भी रखें ख़्याल
कपड़ों की भी अहम् भूमिका होती है. इसलिए अपने पार्टनर की पसंद का या आकर्षक ड्रेसिंग ज़रूर करें. ख़ुद को मेंटेन रखें, ताकि आप कॉन्फ़िडेंट महसूस कर सकें. यह बात लड़कों पर भी लागू होती है. दाढ़ी-मूंछ ट्रिम करना न भूलें. किस करते समय सोचिए आपकी पार्टनर का क्या हाल होगा? सेक्सी कपड़े पहनने का मतलब यह नहीं कि कुछ ऐसा पहन लें, जिसमें आप सहज ही न हों. ज़्यादा मेकअप करने से भी बचें.
बातचीत है सेक्स की पहली सीढ़ी
जी हां, बातचीत. इसे सेक्स का चार अक्षरों का पर्यायवाची कहा जाता है. यानी बातचीत से ही सेक्स की शुरुआत होती है. इसे संभोग यूं ही नहीं कहा जाता. संभोग यानी सम-भोग. जहां दोनों मिलकर इसका बराबर आनंद उठाते हैं. जहां कोई एक्स्पर्ट या नौसिखिया नहीं है. पहली बार सेक्स कर रहे हैं, इसलिए घबराहट थोड़ी ज़्यादा होगी. बात करें, धीरे-धीरे हिचक कम होगी. बातों-बातों में एक-दूसरे का हाथ पकड़ लें. धीरे-धीरे फ़ोरप्ले की ओर बढ़ें. हो सकता है शुरुआत करने में थोड़ा अजीब लगे, लेकिन सेक्स कोई अछूता विषय नहीं है. यह आपकी ज़िंदगी का एक अभिन्न हिस्सा है, यह बात भूले नहीं. हो सके तो एक-दो दिन पहले से ही सेक्स के बारे में बातें करना शुरू कर दें. सेक्स के दौरान अपने पार्टनर को बताएं कि शरीर के किस हिस्से में आप सबसे ज़्यादा उत्तेजना महसूस करती हैं और उनसे भी यही सवाल करें.
फ़ोरप्ले है अहम्
यह समझ लें, जो मज़ा सफ़र में है, वो मंजिल में नहीं. जल्दबाज़ी की तो आप चोटिल भी हो सकती हैं, इसलिए अपने प्राइवेट पार्ट में नैचुरल लूब्रिकेशन आने दें. और यह तभी संभव है जब आप और आपका पार्टनर फ़ोरप्ले को खुलकर एन्जॉय कर पाएंगे. फ़ोरप्ले जितना लंबा चलेगा आप उतना कम्फ़र्टेबल महसूस करते जाएंगे. दरअस्ल, स्पर्श से
हमारे मस्तिष्क में ऑक्सिटोसिन नामक हार्मोन रिलीज़ होता है. इसे रिलीज़ होने दें और फ़ोरप्ले से सेक्स की शुरुआत करें.
कंडोम पहनना न भूलें
एक-दूसरे में खोने का अर्थ यह नहीं कि आप लापरवाही करें. माना कि पहली बार करने की हड़बड़ाहट में यह ग़लती सबसे आम है. लेकिन यह ग़लती जोख़िम भरी है. महिलाओं के लिए विशेष कंडोम बनाए गए हैं. मेडिकल स्टोर्स में यह उपलब्ध हैं. पहले से ही प्रैक्टिस करें, ताकि उस दिन आपका मज़ा किरकिरा न हो. यदि आपकी बजाय आपका पार्टनर प्रोटेक्शन इस्तेमाल करनेवाले हैं, तो उन्हें याद दिलाना न भूलें.
बाहरी लूब्रिकेशन से गुरेज न करें
पहली बार में घबराहट की वजह से कई बार लूब्रिकेशन ठीक तरह से नहीं निकलता. इसलिए आप कृत्रिम लूब्रिकेशन्स का विकल्प चुन सकती हैं. पेट्रोलियम जेली से लेकर नारियल तेल तक ऐसे कई सुरक्षित विकल्प हैं, जो आपके घर में आसानी से उपलब्ध होंगे. इसके अलावा बाज़ार में भी कई तरह के लूब्रिकेंट्स हैं, जिन्हें आप ख़रीद सकती हैं.
सेफ़्टी का रखें ध्यान
सुरक्षा बहुत ज़रूरी है. ऐसी जगह ढूंढ़ें, जो पूरी तरह सेफ़ हो. यदि शादी से पहले सेक्स के बारे में सोच रही हैं तो किसी होटल या दोस्त के घर न जाएं. पार्टनर या आपका घर सबसे सुरक्षित जगह है. यदि आप जगह को लेकर असहज रहेंगी, तो आपका पूरा ध्यान सेक्स पर नहीं होगा. डर आपको सफल भी नहीं होने देगा. बेडरूम में कैंडल्स हों तो कहना ही क्या. फूलों से घर को महकाएं, ताकि सहजता बढ़े.
पहली बार इन पोज़िशन्स को आज़माएं
मिशनरीः यह सबसे बुनियादी और आसानी से की जा सकनेवाली पोज़िशन है.
साइड बाय साइड पोज़िशनः इस पोज़िशन में पुरुष को आसानी से प्रवेश करने का मौक़ा मिलेगा और आप भी कम्फ़र्टेबल रहेंगी.
गर्ल ऑन टॉपः यदि आप सहज हों, तो इस पोज़िशन को भी चुन सकती हैं. यह पोज़िशन आपके पार्टनर को जल्दी उत्तेजित महसूस कराएगी और नियंत्रण भी आपके हाथों में होगा.